PMJJBY ने 21 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवरेज दिया: वित्त मंत्रालय

PMJJBY ने 21 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवरेज दिया: वित्त मंत्रालय

Life Insurance Coverage

Life Insurance Coverage

Life Insurance Coverage: प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), और प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) ने आम नागरिकों के लिए वित्तीय सुरक्षा और समावेशन की दिशा में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं. वित्त मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इन योजनाओं ने करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचाया है, जिससे उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा आई है.

पीएमजेजेबीवाई की खासियत

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत अब तक 21.67 करोड़ लोगों ने नामांकन किया है. इस योजना ने 2 लाख रुपए के जीवन बीमा कवरेज के माध्यम से 21 करोड़ से अधिक परिवारों को राहत प्रदान की है. 20 अक्टूबर 2024 तक, इस योजना के तहत कुल 8,60,575 दावे प्राप्त हुए, जिनकी कीमत 17,211.50 करोड़ रुपए थी. इस योजना का उद्देश्य लोगों को अनिश्चितता के समय वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है.

पीएमएसबीवाई का प्रभाव

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत दुर्घटना बीमा कवरेज में 47.59 करोड़ लोगों ने नामांकन किया है. अब तक 1,93,964 दावे दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 1,47,641 दावे वितरित किए जा चुके हैं. यह योजना मात्र ₹12 के वार्षिक प्रीमियम पर 2 लाख रुपए का बीमा कवरेज प्रदान करती है, जिससे निम्न और मध्यम वर्गीय परिवारों को बड़ा लाभ मिल रहा है.

पीएमजेडीवाई से लोगों को हुआ फायदा

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत 53.13 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं. इनमें से 55.6% खाताधारक महिलाएं हैं, और 66.6% खाते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में हैं. इस योजना ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है. जन-धन खातों में कुल जमा राशि 2,31,236 करोड़ रुपए है. 15 अगस्त 2024 तक खातों में 3.6 गुना और जमा राशि में 15 गुना वृद्धि दर्ज की गई है.

इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन ने देश में वित्तीय समावेशन और सुरक्षा को मजबूत किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इन योजनाओं का उद्देश्य गरीब और वंचित वर्ग को आर्थिक मजबूती प्रदान करना है. वित्त मंत्रालय के अनुसार, ये योजनाएं समाज के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं और वित्तीय जागरूकता बढ़ाने में सहायक साबित हो रही हैं.